उमेश चतुर्वेदी
डॉ. चंद्रपॉल
सिंह यादव को सर्वसम्मति से भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) का एक बार फिर
अध्यक्ष चुन लिया गया है। डॉ यादव समाजवादी
पार्टी से राज्यसभा के सदस्य हैं और लगातार दूसरी बार एनसीयूआई के अध्यक्ष निर्वाचित
हुए हैं। एनसीयूआई अध्यक्ष के तौर पर उनका कार्यकाल पांच साल का होगा।
सोमवार को भारतीय राष्ट्रीय
सहकारी संघ (एनसीयूआई) मुख्यालय में नए निदेशक मंडल की चुनाव के लिए बुलाई गई विशेष सामान्य सभा की बैठक में
चुनाव संपन्न हुआ। एनसीयूआई देश के छह लाख से अधिक सहकारी संस्थाओं की सर्वोच्च संस्था
है। देश के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने के लिए एनसीयूआई के 21 निदेशक होते
हैं।
निदेशक मंडल के लिए
अपनाई गई चुनाव प्रक्रिया में एनसीयूआई के सत्रह निदेशकों का निर्वाचन निर्विरोध तरीके
से संपन्न हुआ, जबकि तीन निदेशकों के लिए मतदान की प्रक्रिया अपनाई गई। इस में एक निदेशक
केंद्र सरकार का नामित प्रतिनिधि होता है। इसके लिए कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय ने
गुजरात के सहकारी नेता ज्योतिन्द्र मेहता का नाम एनसीयूआई को भेजा था। मेहता को एनसीयूआई
के निदेशक मंडल में शामिल कर लिया गया। बाद में नव निर्वाचित निदेशकों की बैठक हुई,
जिसमें सर्वसम्मति से एनसीयूआई अध्यक्ष पद पर डॉ चंद्रपॉल सिंह यादव का निर्वाचन किया
है।
समाजवादी पार्टी से
राज्यसभा सदस्य डॉ चंद्रपॉल सिंह यादव ने बताया कि एनसीयूआई निदेशकों के निर्वाचन के
लिए मतदान दलगत भावना के तहत नहीं, बल्कि राजनीति से उपर उठकर हुआ है। उन्होंने जीत
के लिए सबका आभार व्यक्त किया और कहा कि लड़कर चुनाव हार चुके प्रतिस्पर्धी सहकारी
नेताओं से भी सहकारी आंदोलन को आगे ले जाने में बराबर का सहयोग लिया जाएगा। गौरतलब
है कि डॉक्टर यादव उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के रहने वाले हैं और समाजवादी पार्टी
के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष भी हैं।
No comments:
Post a Comment